UP Board 2025: तीन करोड़ कॉपियों के मूल्यांकन की प्रक्रिया शुरू, 1.35 लाख शिक्षक कर रहे कॉपी जांच
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) द्वारा संचालित हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन आज, 19 मार्च 2025 से शुरू हो गया है। यह प्रक्रिया 2 अप्रैल 2025 तक चलेगी, जिसमें 1 लाख 35 हजार शिक्षक भाग लेंगे और 2 करोड़ 96 लाख 93 हजार 855 उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करेंगे।
मूल्यांकन केंद्रों की संख्या और शिक्षक नियुक्ति
यूपी बोर्ड ने पूरे राज्य में मूल्यांकन के लिए कुल 261 केंद्र बनाए हैं। इनमें हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन हेतु परीक्षकों की नियुक्ति निम्नानुसार की गई है:
परीक्षा स्तर | उत्तर पुस्तिकाओं की संख्या | परीक्षक | उप प्रधान परीक्षक |
---|---|---|---|
हाईस्कूल | 1,63,22,248 | 84,122 | 8,473 |
इंटरमीडिएट | 1,33,71,607 | 50,601 | 5,471 |
कुल | 2,96,93,855 | 1,34,723 | 13,944 |
प्रतिदिन परीक्षकों को सौंपे जाने वाले कार्य
बोर्ड द्वारा निर्धारित मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) के अनुसार:
- हाईस्कूल के परीक्षकों को प्रतिदिन 50 उत्तर पुस्तिकाएं जांचने को दी जाएंगी।
- इंटरमीडिएट के परीक्षकों को प्रतिदिन 45 उत्तर पुस्तिकाएं जांचने को दी जाएंगी।
- पूरी मूल्यांकन अवधि में एक परीक्षक 700 हाईस्कूल और 600 इंटरमीडिएट उत्तर पुस्तिकाओं से अधिक जांच नहीं करेगा।
सीसीटीवी निगरानी में होगा मूल्यांकन UP Board 2025
- सभी मूल्यांकन केंद्रों में सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में कॉपियों की जांच होगी।
- आवश्यकतानुसार सीसीटीवी रिकॉर्डिंग उपलब्ध करानी होगी।
- केवल अधिकृत व्यक्तियों को ही मूल्यांकन केंद्रों में प्रवेश मिलेगा।
- अनुचित साधनों का निवारण अधिनियम, 2024 के तहत सख्त कार्रवाई का प्रावधान किया गया है।
- परीक्षक और उप प्रधान परीक्षक मोबाइल फोन एवं अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण मूल्यांकन कक्ष में नहीं ले जा सकते।
प्रयागराज में 8 मूल्यांकन केंद्र
प्रयागराज में यूपी बोर्ड परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए निम्नलिखित 8 केंद्र बनाए गए हैं:
- राजकीय इंटर कॉलेज
- कुलभास्कर आश्रम इंटर कॉलेज
- केपी इंटर कॉलेज
- एंग्लो बंगाली इंटर कॉलेज
- केसर विद्या पीठ इंटर कॉलेज
- जगत तारन इंटर कॉलेज
- क्रॉस्थवेट इंटर कॉलेज
- भारत स्काउट एंड गाइड इंटर कॉलेज
40% परीक्षक रहे अनुपस्थित
- यूपी बोर्ड ने परीक्षकों को 17 मार्च 2025 को केंद्र पर उपस्थिति दर्ज कराने और 18 मार्च 2025 को प्रशिक्षण सत्र में भाग लेने के निर्देश दिए थे।
- समीक्षा में पाया गया कि 40% परीक्षक अनुपस्थित रहे, जिससे मूल्यांकन प्रक्रिया पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा।
- यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह ने नाराजगी जाहिर करते हुए सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को निर्देश दिए कि 19 मार्च तक अनुपस्थित परीक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित कराई जाए।
यूपी बोर्ड 2025 मूल्यांकन प्रक्रिया पर निष्कर्ष
यूपी बोर्ड 2025 की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन को पारदर्शी और सुचारू बनाने के लिए सख्त दिशानिर्देश लागू किए गए हैं।
- उत्तर पुस्तिकाओं की जांच के लिए 1,34,723 शिक्षक लगाए गए हैं।
- मूल्यांकन प्रक्रिया सीसीटीवी निगरानी में होगी और अनुशासनहीनता पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
- शिक्षकों को रोजाना निर्धारित संख्या में कॉपियां दी जाएंगी ताकि निर्धारित समयसीमा में मूल्यांकन पूरा हो सके।
- प्रयागराज में 8 प्रमुख मूल्यांकन केंद्र स्थापित किए गए हैं।
- प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, 40% शिक्षकों की अनुपस्थिति दर्ज की गई, जिससे यूपी बोर्ड प्रशासन सख्त नजर आ रहा है।
यह उम्मीद की जा रही है कि मूल्यांकन प्रक्रिया सुचारू रूप से संपन्न होगी और छात्रों को समय पर परिणाम प्राप्त होंगे।
Disclaimer
यह लेख यूपी बोर्ड परीक्षा 2025 की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन की ताजा जानकारी पर आधारित है। सूचनाओं की सटीकता सुनिश्चित करने का प्रयास किया गया है, लेकिन आधिकारिक घोषणाओं के लिए UPMSP (उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद) की वेबसाइट पर जाना आवश्यक है। मूल्यांकन प्रक्रिया में कोई भी बदलाव बोर्ड द्वारा समय-समय पर किए जा सकते हैं।